Related Articles
पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम का BJP नेता रेखा पात्रा पर आपत्तिजनक बयान
पश्चिम बंगाल के मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता रेखा पात्रा को लेकर एक विवादित बयान दिया है, जिसने राज्य की राजनीति में बवाल मचा दिया है। हकीम ने रेखा पात्रा को ‘हारी हुई माल’ (एक नकारात्मक और अपमानजनक शब्द) कहा और भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि पार्टी चुनाव हार जाती है और सिर्फ केस करने में माहिर है।
हकीम ने आगे कहा, “आपके यहां उम्मीदवार की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन कहां है वो उम्मीदवार? वो हाजी नुरूल के खिलाफ लड़ी थीं और हार गईं। हेरो माल (हारी हुई माल)।” इस बयान में हकीम ने रेखा पात्रा की हार का मजाक उड़ाते हुए उनका अपमान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कड़ी टिप्पणी
मंत्री फिरहाद हकीम ने अपनी बात यहीं खत्म नहीं की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे लेकर भी विवाद हुआ। हकीम ने मोदी को “दाढ़ी वाला” कहा और एक बार फिर विवादित तरीके से उनका नाम लिया। उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले एक दाढ़ी वाला आया था, उसका नाम आपको याद है? अरे, वो दाढ़ीवाला क्या नाम है, बताइए? नरेंद्र मोदी। रो रहे थे, मेरे संदेशखाली की मां-बहनें।” हकीम ने यह बयान मोदी की ओर इशारा करते हुए दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह भाजपा और प्रधानमंत्री की आलोचना कर रहे थे।
रेखा पात्रा की प्रतिक्रिया
हकीम के बयान के बाद, रेखा पात्रा ने इसे पूरी तरह से अपमानजनक और शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान उनके खिलाफ नहीं बल्कि राज्य की जनता के खिलाफ है। रेखा ने यह भी कहा कि फिरहाद हकीम को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए और इस प्रकार के भद्दे बयानों से बचना चाहिए। उनके अनुसार, यह बयान भारतीय राजनीति के लिए नुकसानदायक है, क्योंकि इस प्रकार के शब्दों से केवल नफरत और हिंसा फैलती है, न कि कोई हल निकलता है।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
फिरहाद हकीम का यह बयान भाजपा और TMC के बीच पहले से ही जारी कटु राजनीतिक संघर्ष को और भी बढ़ा सकता है। दोनों दलों के बीच पश्चिम बंगाल में विशेष रूप से तेज राजनीतिक झड़पें होती रही हैं, और हकीम का यह बयान एक और विवाद को जन्म दे रहा है। भाजपा नेता रेखा पात्रा को निशाना बनाते हुए हकीम की यह टिप्पणी यह दिखाती है कि राज्य में भाजपा और TMC के बीच एक तीव्र प्रतिस्पर्धा और विरोध है।
हकीम का प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दाढ़ीवाला कहने का बयान भी न केवल राजनीतिक, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी सवाल उठाता है। यह बयान समाज में एक नफरत भरी भावना को जन्म दे सकता है, क्योंकि भारत में प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल आम तौर पर बर्दाश्त नहीं किया जाता है।
फिरहाद हकीम का बयान एक बार फिर राज्य की राजनीति में गर्माहट ला सकता है। रेखा पात्रा और भाजपा नेताओं द्वारा इसे शर्मनाक और अपमानजनक करार दिए जाने के बावजूद, यह स्थिति यह दिखाती है कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में भाजपा और TMC के बीच मतभेदों का कोई अंत दिखाई नहीं दे रहा। दोनों पार्टियों की ओर से तीव्र आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिससे राज्य की राजनीति और अधिक विवादित होती जा रही है।