मोदी बोले, धर्म के आधार पर बजट बांटना चाहती है कांग्रेस
उनकी सोच अल्पसंख्यकों पर 15 फीसदी खर्च करने की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के डिंडोरी में आयोजित जनसभा में कहा कि कांग्रेस की सोच है कि देश की सरकारें जितना बजट बनाती हैं, उसका 15 प्रतिशत सिर्फ अल्पसंख्यकों पर खर्च हो, यानी धर्म के आधार पर बजट का भी बंटवारा हो। धर्म के आधार पर इन्होंने देश को बांटा और आज भी वे धर्म के आधार पर भांति-भांति के बंटवारे करने में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नकली शिवसेना (उद्धव ठाकरे), नकली राष्ट्रवादी पार्टी (शरद पवार) का कांग्रेस में विलय होना पक्का है। जब इस नकली शिवसेना का कांग्रेस में विलय हो जाएगा, तब मुझे सबसे ज्यादा याद बाला साहेब ठाकरे की आएगी। यह जो विनाश हो रहा है, यह बाला साहेब को सबसे ज्यादा दुखी करता होगा। नकली शिवसेना ने बाला साहब के हर सपने को चूर-चूर कर दिया है। बाला साहब ठाकरे का सपना था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो।
नकली शिवसेना-एनसीपी का कांग्रेस में विलय पक्का
यह सपना पूरा हुआ, लेकिन इससे सबसे ज्यादा चिढ़ नकली शिवसेना को हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। नकली शिव सेना ने भी वही रास्ता चुना। कांग्रेस के लोग मंदिर को लेकर बकवास कर रहे हैं। नकली शिवसेना पूरी तरह से चुप है। उनकी खामोशी पाप की साझेदारी है और उनका पाप पूरी दुनिया के सामने उजागर हो गया है। चार चरणों के चुनाव में जनता ने उन्हें हर तरफ से हरा दिया है। उन्होंने कहा कि आज मोदी गरीब को पक्के घर दे रहा है, बिजली कनेक्शन, हर घर जल, उज्ज्वला का गैस कनेक्शन दे रहा है। हमने कभी किसी का धर्म नहीं देखा। सबके लिए योजनाएं बनाईं, सबको योजनाओं का लाभ दिया।