हरियाणा चुनाव हार के बाद राहुल गांधी का कांग्रेस नेताओं पर गुस्सा, 20 सीटों की जानकारी मांगी
हरियाणा में कांग्रेस को हालिया चुनावों में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं पर नाराजगी व्यक्त की है। भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा, और रणदीप सुरजेवाला जैसे वरिष्ठ नेता चुनाव परिणामों के बाद शांत हैं, जबकि चुनाव परिणाम से पहले ये सभी नेता मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर बयानबाजी कर रहे थे।
राहुल गांधी ने इस हार पर अपने गुस्से को जाहिर करते हुए कांग्रेस नेताओं से ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से संबंधित 20 सीटों की लिस्ट मांगी है। उनका कहना है कि पार्टी को अपनी गलतियों को पहचानना होगा और सुधार की दिशा में कदम उठाने होंगे।
यह स्थिति हरियाणा कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण है, और राहुल का गुस्सा इस बात का संकेत है कि पार्टी में नेतृत्व और रणनीति को लेकर गंभीर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
राहुल गांधी की बैठक में मांगी गई 20 सीटों की लिस्ट, नेताओं पर उठाए सवाल
हाल ही में हुई बैठक में राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि उन्हें लगता है कि हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने अपने व्यक्तिगत हितों को पार्टी से ऊपर रखा, जिसका खामियाजा पार्टी को चुनाव में हार के रूप में भुगतना पड़ा।
बैठक के दौरान ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई। पार्टी ने भूपिंदर सिंह हुड्डा और उदयभान से उन 20 सीटों की लिस्ट मांगी है, जहां ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। यह कदम पार्टी की ओर से उठाया गया है ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके और आगामी चुनावों में सुधार किया जा सके।
हरियाणा कांग्रेस की हार की जांच के लिए बनाई जाएगी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
हालिया बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि हरियाणा में कांग्रेस की हार की वजहों का पता लगाने के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी। इस कमेटी में अजय माकन और अशोक गहलोत शामिल होंगे, जो पार्टी के सभी उम्मीदवारों से अलग-अलग बात करके रिपोर्ट तैयार करेंगे।
यह कदम कांग्रेस पार्टी के अंदर की स्थिति को समझने और सुधारात्मक उपायों को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है और हार के कारणों का विश्लेषण कर सकेगी।