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सरकार ने झूठे वादे करके परिवहन के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ किया धोखा: संगठन का आरोप
ऊना: सेवानिवृत्त परिवहन कर्मचारियों का आरोप, सरकार ने झूठे वादे किए
ऊना। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने झूठे वादे करके सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ठगा है। संगठन के नेताओं ने कहा कि प्रदेश में परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को न तो पेंशन मिली है और न ही महंगाई भत्ता (डीए) का भुगतान हुआ है।
कर्मचारियों की चिंताएँ
संगठन के अध्यक्ष सहदेव सिंह, प्रधान किशोरी लाल, और महासचिव सतपाल शर्मा ने एक प्रेस बयान में बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम ने हाल ही में अपने स्वर्णिम 50 वर्ष पूरे किए हैं। इस समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित अन्य सरकार के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 28 अक्टूबर 2024 को पेंशनरों को उनकी पेंशन और चार फीसदी की बढ़ोतरी के साथ डीए का भुगतान किया जाएगा।
हालांकि, 28 अक्टूबर के बाद अन्य विभागों और निगम के कर्मचारियों को समय पर वेतन और पेंशन मिल गई, लेकिन लगभग 7,500 पेंशनरों को तीन नवंबर तक भी उनकी पेंशन प्राप्त नहीं हुई है।
सरकार की कथनी और करनी में अंतर
संगठन के नेताओं ने यह आशंका जताई कि या तो निगम प्रबंधन ने सरकार द्वारा जारी की गई राशि का सही उपयोग नहीं किया है या फिर सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति पेंशनरों के लिए चिंता का विषय है, जो अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
आगे की रणनीति
हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन ने यह घोषणा की है कि वे शीघ्र ही प्रदेश कार्यकारिणी के साथ बैठक करके आगे के संघर्ष का रास्ता अपनाने पर विचार करेंगे। संगठन का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
यह घटनाक्रम हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर उठते सवालों की ओर भी इशारा करता है।