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ITBP में सुरक्षा में बड़ी चूक: फर्जी दस्तावेजों पर 10 साल से नौकरी कर रहा था मथुरा का युवक
दमोह: एक गंभीर सुरक्षा चूक का मामला सामने आया है जिसमें मथुरा के एक युवक ने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) में करीब 10 साल तक नौकरी की। इस युवक ने दमोह जिले के एक व्यक्ति “पर्वत आदिवासी” के दस्तावेजों का उपयोग कर खुद को भर्ती कराया था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब वह कई महीनों से नौकरी पर नहीं लौटा और ITBP ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
आईटीबीपी जवान अमित कुमार, आरोपी की तलाश में दमोह के पथरिया गांव पहुंचे, जहां उन्हें असलियत का पता चला कि पर्वत आदिवासी नाम का व्यक्ति ITBP में नौकरी नहीं कर रहा है। पर्वत आदिवासी ने बताया कि कुछ साल पहले उसने अपने दस्तावेज़ लोन के लिए मथुरा में एक शख्स को दिए थे। उसी समय से आरोपी ने उसकी पहचान का दुरुपयोग कर ITBP में नौकरी कर ली थी।
पुलिस का बयान और कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और कहा कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ITBP ने भी आश्वासन दिया है कि इस मामले में सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए जांच तेज की जाएगी।