हरियाणा: नई सरकार के साथ ही सख्त तेवर में लौटे अनिल विज, अंबाला के प्रशासनिक अधिकारियों पर निशाना
हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद परिवहन और बिजली मंत्री अनिल विज अपने पुराने अंदाज में वापस लौट आए हैं। अपने स्पष्ट और बेबाक रवैये के लिए मशहूर विज इस बार अंबाला के प्रशासनिक अधिकारियों पर खुलकर निशाना साध रहे हैं। हाल ही में उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकारी बसें किसी भी प्राइवेट ढाबे पर न रुकें और सड़क पर बिना नंबर के कोई भी वाहन नहीं दिखाई देना चाहिए। इन कड़े निर्देशों से विज का सख्त प्रशासनिक रवैया साफ झलकता है।
विज का साफगोई से भरा व्यक्तित्व और प्रोटोकॉल को लेकर सख्त रवैया हरियाणा की राजनीति में अलग ही पहचान रखता है। हरियाणा में भाजपा सरकार के गठन के बाद विज अपनी प्राथमिकताओं और प्रशासनिक नियमों के प्रति फिर से सक्रिय दिखाई दे रहे हैं।
हाल ही में पंचकूला में आयोजित पुस्तक मेले में विज की गैर-मौजूदगी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं, खासतौर पर जब बिजली विभाग, जिसका वे प्रभारी हैं, इस आयोजन में शामिल था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति के बावजूद विज का न आना और आयोजनकर्ताओं की ओर से प्रोटोकॉल का उल्लंघन होने की बात ने उनके असंतोष को और स्पष्ट किया है।
अनिल विज पहले भी पूर्व डीजीपी मनोज यादव, आईपीएस अधिकारी संगीता कालिया, और स्वास्थ्य विभाग की पूर्व महानिदेशक डॉ. सोनिया खुल्लर के साथ अपने मतभेदों को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं। मार्च 2023 में जब मुख्यमंत्री पद पर नायब सिंह सैनी की नियुक्ति हुई, विज ने कैबिनेट में अपने स्थान को लेकर कोई समझौता नहीं किया। इस बार, वे मुख्यमंत्री के बाद दूसरे नंबर के मंत्री हैं और अपने प्रभाव को स्पष्ट बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।