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1 नवंबर को मनाई जाएगी स्नान-दान की अमावस्या: धार्मिक महत्व और मान्यताएँ
1 नवंबर 2024 को भारत में स्नान-दान की अमावस्या मनाई जाएगी, जो विशेष रूप से हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण है। इस दिन को अमावस्या के रूप में जाना जाता है, जब चंद्रमा अपनी पूर्णता के बिना होता है। इस दिन स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है, और इसे पवित्र माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्नान-दान की अमावस्या पर नदी, तालाब या अन्य जलाशयों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसे मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करते हैं और दान करने का भी प्रावधान है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिन धार्मिक क्रियाकलापों और दान से न केवल व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, इस दिन को मनाने के लिए लोग विशेष तैयारियों में जुट जाते हैं।