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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू का बयान: महाराष्ट्र कांग्रेस कार्यालय में समोसे पर चर्चा और ऑपरेशन लोटस पर निशाना
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में मुंबई में महाराष्ट्र कांग्रेस कार्यालय का दौरा किया, जहाँ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें समोसा ऑफर किया। इस हल्के-फुल्के लम्हे के दौरान, सुक्खू ने मजाकिया लहजे में पूछा कि क्या यहां की राजनीति “समोसे पर है या विकास और महिलाओं के सम्मान” पर आधारित है। इस संदर्भ में उन्होंने राजनीति में ईमानदारी और नैतिकता को प्राथमिकता देने की बात करते हुए, देश की सेवा और वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया।
ऑपरेशन लोटस पर तीखी टिप्पणी
सुक्खू ने अपने बयान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ‘ऑपरेशन लोटस’ की भी कड़ी आलोचना की। उनका कहना था कि जैसे महाराष्ट्र में बीजेपी ने धनबल का प्रयोग कर कांग्रेस सरकारों को गिराने का प्रयास किया, वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भी राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को अस्थिर करने का प्रयास किया गया। हालांकि, हिमाचल में ‘ऑपरेशन लोटस’ विफल हो गया और राज्य की जनता ने कांग्रेस की नीतियों पर भरोसा जताते हुए इसे फिर से सत्ता में लाया।
हिमाचल प्रदेश के खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप
सुक्खू का आरोप है कि हिमाचल प्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ के विफल होने के बाद बीजेपी हिमाचल प्रदेश के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि किस तरह सोशल मीडिया का उपयोग कर हिमाचल की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल की जनता ने कांग्रेस सरकार की नीतियों पर मोहर लगाई है और प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 तक पहुँच गई है, जो जनता के समर्थन का प्रतीक है।
लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील
सुक्खू ने महाराष्ट्र की जनता से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस बात पर विचार करना चाहिए कि क्या कांग्रेस सरकारों को गिराने के लिए धनबल का प्रयोग करके लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है। उनका कहना था कि बीजेपी की इस रणनीति से लोकतंत्र की जड़ें कमजोर हो रही हैं और देश के समग्र विकास में बाधा उत्पन्न हो रही है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस बयान के माध्यम से अपने प्रदेश और पार्टी के प्रति जनता के समर्थन को और मजबूत बनाने की दिशा में प्रयास किए, साथ ही उन्होंने राजनीति में नैतिकता और सत्य की जीत को प्राथमिकता देने का संदेश भी दिया।