डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो की मुलाकात: अमेरिका-कनाडा के बीच व्यापार विवाद पर चर्चा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा और मैक्सिको से आयातित उत्पादों पर 25% आयात शुल्क लगाने की घोषणा ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इस निर्णय के बाद, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ट्रंप से मुलाकात के लिए फ्लोरिडा पहुंचे। यह मुलाकात कई कारणों से महत्वपूर्ण है, क्योंकि ट्रंप का यह कदम कनाडा और मैक्सिको की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाल सकता है।
मामले की पृष्ठभूमि
- ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने से पहले ही घोषणा की है कि वह कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैक्स लगाएंगे।
- ट्रंप का कहना है कि यह कदम तब तक जारी रहेगा, जब तक ये देश अमेरिका में अवैध प्रवासियों और फेंटेनाइल जैसी नशीली दवाओं के प्रवाह को नियंत्रित नहीं करते।
- ट्रंप का यह फैसला उनके “अमेरिका को ग्रेट अगेन” बनाने की योजना का हिस्सा है, जिसमें वे अमेरिका की सीमाओं को सुरक्षित और घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना चाहते हैं।
जस्टिन ट्रूडो की प्रतिक्रिया
- ट्रूडो ने ट्रंप की चेतावनी को गंभीरता से लिया और कहा, “डोनाल्ड ट्रंप जो कहते हैं, वह करते हैं।”
- उन्होंने तुरंत अमेरिका जाने का निर्णय लिया और ट्रंप से मुलाकात कर इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया।
- ट्रूडो ने यह भी कहा कि ट्रंप के इस कदम से ग्रॉसरी की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जो दोनों देशों के नागरिकों के लिए नुकसानदायक होगा।
मुलाकात का विवरण
- ट्रूडो और ट्रंप के बीच फ्लोरिडा के एक गोल्फ क्लब में बैठक हुई।
- दोनों नेताओं ने रात का भोजन साझा किया और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
- हालांकि, बातचीत का विवरण और किसी समझौते की जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है।
कनाडा और मैक्सिको के लिए संकट
- अमेरिका में प्रवेश करने वाले अवैध प्रवासियों में कनाडा और मैक्सिको की सीमाओं का महत्वपूर्ण योगदान है।
- अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच, अमेरिकी सीमा गश्त ने मैक्सिको से 56,530 और कनाडा से 23,721 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया।
- ट्रंप का कहना है कि इन सीमाओं से अवैध घुसपैठ और नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाना आवश्यक है।
आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव
- टैरिफ लागू होने से कनाडा और मैक्सिको की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि अमेरिका दोनों का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- ट्रूडो और ट्रंप की यह मुलाकात इस तनाव को कम करने की दिशा में पहला कदम है।
- ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत यह स्पष्ट हो गया है कि उनकी प्राथमिकता घरेलू उद्योगों और सीमाओं की सुरक्षा पर है।
ट्रंप और ट्रूडो की यह मुलाकात अमेरिका-कनाडा के बीच व्यापार और कूटनीति में उथल-पुथल को दर्शाती है। ट्रंप का कड़ा रुख उनके आगामी प्रशासन की नीति को रेखांकित करता है, जबकि ट्रूडो ने अपने देश के हितों की रक्षा के लिए सक्रियता दिखाई। दोनों देशों के संबंधों की स्थिरता के लिए यह जरूरी है कि व्यापार और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाया जाए।