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बड़ी चूक-खतरे में डाला डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की जान, जिम्मेदार कौन?
हिमाचल प्रदेश के जवाली में जल शक्ति विभाग द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए नक्की विश्रामगृह का उद्घाटन बुधवार को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने किया। हालांकि, इस उद्घाटन के दौरान एक बड़ी चूक सामने आई, जब अग्निहोत्री का काफिला उस रास्ते से गुजरा, जो वाहन के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं था।
विश्रामगृह तक पहुंचने के लिए सड़क बहुत संकरी थी, जिससे गाड़ियों का गुजरना मुश्किल था। बावजूद इसके, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की गाड़ियों का काफिला वहां से गुजरा और इसके लिए सिद्धाथा नहर के ऊपर बने स्लेब पुल का इस्तेमाल किया गया। यह पुल अत्यधिक खतरनाक साबित हो सकता था, क्योंकि पुल की मजबूती पर सवाल उठ सकते हैं और किसी भी दुर्घटना से बड़ा नुकसान हो सकता था।
यह घटना गंभीर सुरक्षा चूक को उजागर करती है, क्योंकि सरकारी अधिकारियों और उनके सुरक्षा काफिले के लिए ऐसे असुरक्षित रास्तों का उपयोग करना उनके जीवन को जोखिम में डाल सकता है। अब सवाल यह उठता है कि क्या जिम्मेदार अधिकारियों ने इस चूक को अनदेखा किया और किसकी लापरवाही के कारण डिप्टी सीएम की जान खतरे में पड़ी?