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ताइवान के प्राइवेट क्लब में महिलाओं के नग्न शरीर पर खाना परोसने का विवाद, जांच शुरू
ताइवान के तटीय शहर ताइचुंग में स्थित एक प्राइवेट क्लब में आयोजित डिनर कार्यक्रम ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस कार्यक्रम में महिलाओं के नग्न शरीर का उपयोग भोजन परोसने के लिए किया गया। कार्यक्रम की तस्वीरें लीक होने के बाद अधिकारियों ने क्लब के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
- ‘न्योताईमोरी’ डिनर का आयोजन:
- यह जापानी प्रथा “न्योताईमोरी” पर आधारित था, जिसमें नग्न शरीर पर सुशी और साशिमी जैसे जापानी व्यंजन परोसे जाते हैं।
- इस कार्यक्रम में युवा महिलाओं को थाली के रूप में इस्तेमाल किया गया।
- खाने को शरीर पर सजाने के लिए विशेष शेफ बुलाए गए।
- शानदार डिनर की कीमत:
- इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति लगभग ढाई लाख रुपये शुल्क रखा गया।
- इसमें खाने की कीमत और मॉडल्स की फीस भी शामिल थी।
- कार्यक्रम में करीब 20 लोगों ने हिस्सा लिया।
फोटो लीक और विवाद
- क्लब की कुछ तस्वीरें ऑनलाइन लीक होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया।
- तस्वीरों में एक नग्न महिला को मेज पर लेटे हुए दिखाया गया, जिसके शरीर पर खाना सजाया गया था।
- महिला के निजी अंग ढंके हुए थे, लेकिन भोजन परोसने का यह तरीका सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का कारण बना।
महिलाओं का चयन और उनकी भूमिका
- मॉडल्स की हायरिंग:
- इस कार्यक्रम के लिए मॉडल्स को हायर किया गया था।
- इन मॉडल्स का काम लगभग दो घंटे का था।
- उन्हें शरीर पर पेंटिंग कराने और भोजन परोसने की भूमिका निभानी पड़ी।
- कार्यक्रम की प्रक्रिया:
- मॉडल्स के शरीर को पेंट और डेकोरेट किया गया।
- उनके शरीर पर सुशी और साशिमी जैसे व्यंजन सजाए गए।
- गेस्ट्स को भोजन महिला के शरीर से सीधे परोसने की अनुमति दी गई।
स्थानीय अधिकारियों की कार्रवाई
- जांच शुरू: ताइचुंग पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने क्लब के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
- संवेदनशीलता का उल्लंघन: अधिकारियों का कहना है कि यह कार्यक्रम न केवल नैतिकता बल्कि स्थानीय कानूनों का भी उल्लंघन कर सकता है।
- संभावित कानूनी कार्रवाई: यदि जांच में क्लब दोषी पाया गया, तो क्लब और आयोजनकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
‘न्योताईमोरी’ पर क्या है लोगों की राय?
- आलोचना:
- मानव शरीर का इस प्रकार उपयोग करना महिलाओं के प्रति असम्मानजनक माना जा रहा है।
- लीक हुई तस्वीरों पर सोशल मीडिया पर गुस्सा व्यक्त किया गया।
- कई लोग इसे यौन वस्तुकरण और नैतिकता का उल्लंघन बता रहे हैं।
- संस्कृति और परंपरा:
- जापान में ‘न्योताईमोरी’ को पारंपरिक रूप में देखा जाता है, लेकिन इसे केवल निजी आयोजनों तक सीमित रखा गया है।
- ताइवान जैसे देशों में इसे लेकर सामाजिक स्वीकृति कम है।
निष्कर्ष
ताइवान का यह मामला महिलाओं के प्रति असम्मानजनक रवैये, नैतिकता और कानून के उल्लंघन पर बहस छेड़ चुका है। जहां इस तरह के आयोजनों को कुछ वर्ग विलासिता और परंपरा के नाम पर सही ठहराते हैं, वहीं आलोचक इसे महिलाओं के अधिकारों और गरिमा का उल्लंघन मानते हैं। अब यह देखना होगा कि प्रशासन की जांच क्या निष्कर्ष निकालती है और इसके लिए कौन जिम्मेदार ठहराया जाता है।