बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन सिस्टम: तीन राज्यों पर मंडरा रहा खतरा
नई दिल्ली।
बंगाल की खाड़ी के वेस्ट-सेंट्रल क्षेत्र में डिप्रेशन सिस्टम विकसित हो गया है, जिससे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर संकट के बादल छा गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह सिस्टम अगले 24 घंटों में और तीव्र हो सकता है। इस डिप्रेशन के चलते समुद्र तट से सटे इलाकों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का दौर शुरू होने की संभावना है।
तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी
डिप्रेशन सिस्टम फिलहाल तीनों राज्यों के तटों से 700 किलोमीटर की दूरी पर है। यदि यह सिस्टम और मजबूत होता है तो इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना बढ़ जाएगी। इससे तटवर्ती इलाकों में भारी नुकसान होने का खतरा है।
मौसम विभाग ने इन इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और संभावित प्रभाव वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
हाल ही की घटनाओं से सबक
कुछ हफ्ते पहले आए चक्रवात ‘फेंजल’ ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में मूसलाधार बारिश और तेज़ हवाओं से भारी तबाही मचाई थी। इस बार भी मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यदि डिप्रेशन सिस्टम चक्रवात में तब्दील हुआ तो यह इन राज्यों में भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
असर के संभावित क्षेत्र
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा यह सिस्टम उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में मौसम में भारी बदलाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिमी इलाकों में भी इसके असर का अनुमान लगाया जा रहा है।
प्रशासन की तैयारी
इन राज्यों के प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में छुट्टी की संभावना जताई जा रही है। वहीं, राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखा गया है।
क्या करें नागरिक?
- मछुआरे समुद्र में न जाएं।
- कमजोर घरों और निर्माणों से दूर रहें।
- बिजली और पानी के कनेक्शन को संभाल कर रखें।
- प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
इस डिप्रेशन सिस्टम का आगे क्या रूप होगा, यह आगामी 24 घंटों में साफ हो पाएगा। लेकिन फिलहाल, तीनों राज्यों में हाई अलर्ट की स्थिति है।