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Latest Update Online: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए अमेरिका बना ‘जन्नत’, शूटर के खुलासे से चौंकी पुलिस

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए अमेरिका बना ‘जन्नत’, शूटर के खुलासे से चौंकी पुलिस

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए अमेरिका बना 'जन्नत', शूटर के खुलासे से चौंकी पुलिस

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर हर्ष उर्फ चिंटू को दुबई से भारत डिपोर्ट किए जाने के बाद पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। चिंटू ने बताया कि भारत से फरार गैंगस्टर अब अमेरिका को अपने नए ठिकाने के रूप में चुन रहे हैं और वहाँ से भारत में अपराधों को संचालित कर रहे हैं।


अमेरिका को बना रहे सुरक्षित पनाहगाह

शूटर ने बताया कि गैंगस्टर अमेरिका तक पहुंचने के लिए डंकी रूट (अवैध आप्रवासन का तरीका) का उपयोग कर रहे हैं। इस प्रक्रिया में वे कई देशों के रास्ते से गुजरते हैं, जैसे दुबई, मेक्सिको, और कनाडा। एक बार अमेरिका पहुंचने के बाद, वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और वहीं से अपने आपराधिक नेटवर्क को चलाते हैं।


हर्ष उर्फ चिंटू का बैकग्राउंड

हर्ष उर्फ चिंटू दिल्ली में हुए एक सनसनीखेज हत्याकांड के बाद से फरार था। उसने पंजाब से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भागने की योजना बनाई थी। दुबई पहुंचने के बाद उसने अमेरिका जाने की योजना बनाई। लेकिन पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के सतर्क रहने के कारण उसे दुबई से ही डिपोर्ट कर दिया गया।


अमेरिका में बढ़ता गैंगस्टर नेटवर्क

पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि अमेरिका में लॉरेंस बिश्नोई गैंग और अन्य भारतीय आपराधिक संगठनों का नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है। ये गैंगस्टर:

  1. सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से अपने समर्थकों और सहयोगियों से जुड़े रहते हैं।
  2. क्रिप्टो करेंसी और हवाला नेटवर्क के जरिए पैसों का लेन-देन करते हैं।
  3. भारत में अपने शूटरों और सहयोगियों को निर्देश देने के लिए सुरक्षित संचार तकनीकों का उपयोग करते हैं।

डंकी रूट: अवैध प्रवास का नया तरीका

डंकी रूट के जरिए अपराधी भारत से कई देशों का सफर करते हुए अमेरिका पहुंचते हैं। यह तरीका मानव तस्करी के लिए बदनाम है। इसमें आमतौर पर लोग भारत से दुबई, पाकिस्तान, ईरान, तुर्की, और मध्य अमेरिकी देशों के जरिए अमेरिका में प्रवेश करते हैं।


पुलिस की बड़ी चुनौती

  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता: अमेरिका और भारत के सुरक्षा एजेंसियों के बीच आपराधिक नेटवर्क को तोड़ने के लिए बेहतर समन्वय की जरूरत है।
  • फर्जी दस्तावेज: फर्जी पासपोर्ट और पहचान पत्रों का इस्तेमाल गैंगस्टरों के भागने में मददगार साबित हो रहा है।
  • डिजिटल मोड: गैंगस्टर डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर अपनी लोकेशन छिपाने और नेटवर्क चलाने में सक्षम हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग की अंतरराष्ट्रीय पकड़

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पहले ही दुबई, कनाडा, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अपनी गतिविधियों का विस्तार कर चुका है। अब अमेरिका को उनका नया ठिकाना बताया जा रहा है। यह गैंग:

  • सुपारी किलिंग और
  • ड्रग तस्करी जैसे अपराधों के लिए कुख्यात है।

शूटर हर्ष उर्फ चिंटू का खुलासा भारत में संगठित अपराध के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय स्वरूप की ओर इशारा करता है। यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है, जो न केवल देश के अंदर बल्कि वैश्विक स्तर पर इन गैंगस्टरों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए कदम उठाने की मांग करता है।

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