भू-धंसाव के बाद उपजी स्थितियों के बीच दो सुखद खबरें !
नेशनल डेस्क- जोशीमठ में भू-धंसाव के बाद उपजी विकट स्थितियों के बाद दो सुखद खबरें भी सामने आई हैं। जिससे लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है. पहली जेपी कॉलोनी में फूटे पानी के फव्वारे की रफ्तार धीमी पड़ी है तो दूसरी नए घरों में दरारें की बात सामने नहीं आई है। 2 जनवरी को जोशीमठ के सबसे नीचले हिस्से में मुख्य नगर से करीब नौ किमी दूर मारवाड़ी स्थित जेपी कॉलोनी में मटमैले पानी की एक जलधारा फूट पड़ी थी। जो तब से लगातार बह रही है।
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ज़मीन के नीचे जमा पानी रिसाव का कारण
जोशीमठ में हुए भू-धंसाव के लिए प्रारंभिक जांच में जमीन के नीचे जमा हुए पानी के रिसाव को ही कारण माना जा रहा है। हालांकि पानी का यह रिसाव अब भी शासन-प्रशासन और वैज्ञानिकों के लिए अबूझ पहले बना हुआ है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (एनआईएच) रुड़की के वैज्ञानिकों की टीम ने इस पानी के नमूने भी लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है।
पानी के रिसाव में आई कमी
जोशीमठ में पानी के डिस्चार्ज में कमी आई है। बता दें कि रविवार को पानी का डिस्चार्ज 560 लीटर प्रति मिनट था, जो मंगलवार को घटकर 360 एलएमपी पर पहुंच गया। अधिकारीयों के अनुसार पानी के डिस्चार्ज पर हर घंटे नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंगलवार को किसी भी नए घर में दरार आने की खबर नहीं मिली है। यह एक राहत भरी खबर है।
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