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Online news update। आम आदमी पार्टी देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला राजनीतिक स्टार्टअप

(Written by – Sandeep)

आम आदमी पार्टी ने गठन के महज ११ साल में ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लिया आम आदमी पार्टी ने पंजाब सूबे में कुल तीन चुनाव में भाग लिया और तीनो चुनाव में आम आदमी पार्टी की पंजाब के लोगो का बहुत प्यार मिला आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपना पहला चुनाव २०१४ में लोकसभा का लड़ा और ४ लोकसभा सीट भी जीती और 24.5 वोट प्रतिशत प्राप्त कर पहली बार चुनाव लड़ने वाली सबसे पार्टी बनी दूसरा चुनाव आम आदमी पार्टी ने 2017 में लड़ा आम आदमी पार्टी सरकार बनाते बनाते रह गयी परन्तु मुख्य विपक्षी पार्टी बनी यह चुनाव आम आदमी पार्टी ने लोक इंसाफ पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा आम आदमी पार्टी गठबंधन ने 22 विधान सभा सीटों में जीत दर्ज की लोक इंसाफ पार्टी को 2 सीट मिली तथा आम आदमी पार्टी 20 सीटों में 23. 9 प्रतिशत वोट के साथ जीत दर्ज की तीसरा चुनाव आम आदमी पार्टी ने 2022 में लड़ा और भरी बहुमत से चुनाव जीता आम आदमी पार्टी ने 92 सीटों में 42.3 वोट प्रतिशत के साथ जीत दर्ज की !महज 9 साल पुरानी आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब सूबे में सरकार !

2013 केजरीवाल का दिल्ली में धमाकेदार शुरवात : 

2013 में आम आदमी पार्टी ने अपना पहला चुनाव लड़ा और दिल्ली की 28 विधान सभा सीटों में 29.7 प्रतिशत वोट के साथ जीत दर्ज की आम आदमी पार्टी को युवाओं का बहुत सहयोग मिला आम आदमी पार्टी थी भी युवा पार्टी इंक़लाबी सोच और जोश से भरी हुई अन्ना आंदोलन के से निकली पढ़े लिखे और प्रोफेशनल लोगों की पार्टी !

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार बनाई और सरकार केवल 49 दिन ही पूरा कर पाई

2015 केजरीवाल का दिल्ली में धमाकेदार जीत दर्ज करना :

2015 में पुनः विधान सभा चुनाव हुए तथा आम आदमी पार्टी भरी बहुमत से 70 में से 67 सीट जीत कर आयी आम आदमी पार्टी को दिल्ली की जनता ने 54.5 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया

2020 दिल्ली विधान सभा के चुनाव में अमित शाह के घर घर वोट मांगने के अभियान के बावजूद आम आदमी पार्टी भारी बहुमत के साथ जीती :

आम आदमी पार्टी के लिए 2020 का चुनाव उसकी 5 साल में किये गए कामों की परीक्षा थी आम आदमी पार्टी न सिर्फ भरी बहुमत से जीती बल्कि दिल्ली में लगातार सबसे ज्यादा सीट लेन वाली पार्टी बनी आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों में जीत दर्ज की

62 सीटों में आम आदमी का वोट प्रतिशत 53 .5 प्रतिशत रहा 

           Fig 1 दिल्ली के पिछले तीन विधानसभा चुनाव

 आम आदमी पार्टी का पंजाब अभियान :

आम आदमी पार्टी ने 2014 का पुरे देश में लड़ा खुद अरविन्द केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी के सामने चुनाव लड़ने बनारस (उत्तर प्रदेश) गए पर सफलता केवल पंजाब में मिली पंजाब में आम आदमी पार्टी को 4 लोक सभा सीटों में जीत मिली सुच्चा सिंह छोटेपुर , धरमवीर गाँधी , भगवंत मान , प्रोफ. साधु  जैसे नेताओं ने जीत दर्ज की ! दिल्ली की ही तर्ज में पंजाब के युवाओं का सहयोग मिला और आम आदमी पार्टी बड़ी पार्टी बनकर उभरी  

आम आदमी पार्टी का उदय पंजाब में मालवा में हुआ इतिहास में उसके भी कारण हैं मालवा की धरती इंक़लाबी धरती रही है ज्यादा आंदोलन भी मालवा से चालू हुए हैं आम आदमी पार्टी को पंजाब के प्रवासी भारतीयों का बढ़चढ़ के सहयोग मिला और आरोप भी लगे लोगों ने खालिस्तानी सहयोग होने के आरोप भी लगाए  

2016 आम आदमी पार्टी का चुनाव अभियान :

2014 के लोकसभा नतीजों से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारी माघी मेले से शुरू की भगवंत मान ने की ! माघी मेले में विशाल रैली से पंजाब के अन्य दलों में बेचैनी शुरू हो गयी आम आदमी का परिवार जोड़ो अभियान भी सफल रहा पंजाब में किसी पार्टी ने पहली बार दलित मैनिफेस्टो जारी किया तथा दलित उपमुख्यमंत्री की आवाज को बुलंद किया तथा बेरोजगारों को नए रोजगार तथा अनियमित नौकरियों को नियमित करने की बात भी कही ! आम आदमी पार्टी के गुरुद्वारा साहिब की बेअदबी तथा सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी से बहार करने जैसे विवादस्पद मुद्दों की वजह से विवादों में भी आयी

2017 विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी चुनाव हार गयी बाद में पार्टी की समीक्षा बैठक में पार्टी के चुनाव हार के कारणों की समीक्षा हुई नतीजा ये निकला की मुख्यमंत्री चेहरा न घोषित करना पार्टी की अंतरकलह और बाहरी बनाम पंजाबी मुख्य मुद्दे रहे

आम आदमी पार्टी फिर भी मुख्य विरोधी पार्टी बनी पर पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं रहा पार्टी अंतरकलह और दिल्ली के साथ सामंजस्य न बिठा पायी 2017 चुनाव के पार्टी सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल के एक बयांन पर अकाली दाल के विक्रम मजीठिया से माफ़ी मांगे जाने पर पार्टी बड़े दिग्गज नेताओं ने इस्तीफा दे दिया सुखपाल खैरा ने पार्टी तोड़ दी पार्टी के 8 विधायक सुखपाल खैरा के साथ जाकर पंजाब एकता पार्टी में शामिल हो गए भगवंत मान और अमन अरोरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया आम आदमी पार्टी बुरी तरह से बिखरी गयी आम आदमी पार्टी सुप्रीमों अरविन्द्र केजरीवाल ने पार्टी की कमान फिर भगवंत मान को सौपी और भगवंत मान आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान नियुक्त किये गए

हरपाल सिंह चीमा को मुख्य विपक्षी नेता चुना गया 2019 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पंजाब में बुरी तरह हारी

2022 विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की भरी बहुमत से जीत :

2021 में आम आदमी पार्टी ने पंजाब की जुम्मेदारी जरनैल सिंह को दी जरनैल सिंह दिल्ली के पंजाबी बाहुल्य विधान सभा तिलक नगर से विधायक है जरनैल सिंह को पंजाब का इंचार्ज बनाया गया तथा इलेक्शन कैंपेन की जुम्मेदारी संदीप पाठक को दी 2022 प्रारम्भ में राघव चड्डा जो राजेंद्र नगर दिल्ली से विधायक थे को सह प्रभारी नियुक्त किया गया आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द्र केजरीवाल ने खुद चुनाव अभियान की जुम्मेदारी लेते हुए पंजाब दौरा प्रारम्भ किया नए खेती कानूनों के आ जाने से पंजाब के किसान आंदोलन के लिए दिल्ली पहुंचे वंहा अरविन्द केजरी वाल सरकार ने किसानों का भरपूर समर्थन किया उसका फायदा पंजाब के चुनाव के हुआ भगवंत मान को मुख्यमत्री का चेहरा बनाकर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा और सभी रेकार्ड तोड़ कर 92 सीटों में जीत दर्ज की और पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार बनी।

2022 गुजरात चुनाव में के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा:

2022 विधान सभा में आम आदमी पार्टी ने पहली बार गुजरात में चुनाव लड़ा और 13. 5 प्रतिशत वोट और 5 विधान सभाओं में जीत दर्ज करके राष्टीय पार्टी का दर्जा भी प्राप्त किया

 

 

 

 

 

 

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