Church Screens ‘The Kerala Story’ For Teens: लोकसभा चुनाव के दौरान केरल में लव जिहाद का मुद्दा छाया हुआ है और इस मामले में बीजेपी को चर्च का भी समर्थन मिल रहा है। दिखाई दे रहा है इसकी शुरुआत चर्च की एक संस्था ने की है। इडुक्की राज्य ने अपने वार्षिक ग्रीष्मकालीन कैटेचिज्म कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए 4 अप्रैल को फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का प्रसारण किया।
सिरो-मालाबार चर्च का युवा संगठन
इसके बाद, केरल कैथोलिक यूथ मूवमेंट (KCYM) ने फिल्म को मंडलियों और पारिवारिक कार्यक्रमों में प्रदर्शित करने की घोषणा की। के.सी.वाई.एम मुस्लिम बहुसंख्यक थालास्सेरी और थामारास्सेरी में सिरो-मालाबार चर्च का युवा संगठन है। के.सी.वाई.एम थामरस्सेरी के निदेशक फादर जैकब वेनलाकमकुडी ने कहा, ”केरल में कई लड़कियों को प्यार और आतंकवादी संगठन आई. एस के जाल में फंसाया गया है। फिल्म की स्क्रीनिंग मुसलमानों के खिलाफ नहीं है हाल के वर्षों में हमने कई महिलाओं को लव जिहाद के जाल से बचाया है।
पारंपरिक वोट बैंक Church Screens ‘The Kerala Story’ For Teens
दरअसल, केरल में सत्ता का रास्ता 45 फीसदी अल्पसंख्यक वोट बैंक से होकर जाता है| इनमें से 27 प्रतिशत मुस्लिम और 18 प्रतिशत ईसाई हैं। यह अल्पसंख्यक कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) का पारंपरिक वोट बैंक है। ये वोट बीजेपी कोवह बैंक में निवेश करने की तैयारी कर रही हैं और इसमें उन्हें परोक्ष रूप से चर्च का सहयोग मिल रहा है।
फिल्म के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत
फिल्म के खिलाफ हाल ही में चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी शिकायत विवादास्पद फिल्म को प्रदर्शित करने का कैथोलिक समुदाय का निर्णय सरकारी दूरदर्शन द्वारा लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले फिल्म प्रदर्शित करने का निर्णय किया सी.पी.आयी (एम) और विपक्षी पार्टी कांग्रेस की तीखी आलोचना के बाद आया है। उन्होंने इसके प्रसारण पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश देने के लिए चुनाव आयोग से भी संपर्क किया था| फिल्म में केरल की 4 महिलाओं द्वारा इस्लाम अपनाने और आतंकवादी संगठन आयी. एस में शामिल होने की कहानी दिखाई गयी हैं। फिल्म निर्माताओं का दावा है कि राज्यों की हजारों महिलाएं इससे प्रभावित हुई हैं। मई 2023 में रिलीज होने से पहले फिल्म को कई अदालती मामलों का सामना करना पड़ा।
सी.एम विजयन ने विरोध किया Church Screens ‘The Kerala Story’ For Teens
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने फिल्म को ‘राज्य के सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ’ बताया। उन्होंने चर्च का जिक्र किए बगैर कहा कि यह फिल्म एक खास एजेंडे के तहत दिखाई जा रही है। राज्य का अपमान करने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। किसी को भी आर.एस.एस के झांसे में नहीं आना चाहिए।
केरल की कहानी ने बीजेपी को मौका दे दिया
सी.पी.आयी (एम) मुसलमानों को लुभाने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा ने ईसाइयों के लिए कई आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए हैं। सी.पी.आयी(एम) मुसलमानों से कहते हैं कि कांग्रेस भाजपा से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं है क्योंकि भाजपा केरल में अपना खेल खेल रही है, जहां भाजपा कई ईसाइयों के बीच ‘बढ़ते इस्लामी चरमपंथ’ के डर को अपने राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
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