नेपाल में राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) ने पुष्प कमल दहल के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। पार्टी प्रमुख रबी लामिछाने ने इसकी घोषणा की है। इसके साथ ही संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री दहल को इस कदम के बारे में अवगत कराने के बाद 30 दिनों के भीतर फ्लोर टेस्ट के लिए जाना होगा। आरएसपी के पास संसद में 21 सीटें हैं। क्या है पूरा मामला जानने के लिए इस Latest news online के आर्टिकल को पूरा पढ़िए।
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प्रचंड ने गुरुवार को ही अपने कैबिनेट का किया था विस्तार
बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने गुरुवार को ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। इस बार मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद के कुल मंत्रियों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। इसमें दो राज्यमंत्री भी हैं। इस बार कानून, न्याय और संसदीय मामलों के मंत्री धनराज गुरुंग, स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री मोहन बहादुर बासनेत और युवा और खेल मंत्री दिग बहादुर लिंबू का नाम सामने आया हैं।
तीनों मंत्री नेपाली कांग्रेस पार्टी के हैं। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने राष्ट्रपति भवन में नव नियुक्त मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान प्रधानमंत्री प्रचंड भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री प्रचंड की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने बुधवार को तीनों नेताओं को मंत्री पद पर नियुक्त किया। प्रचंड के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में नेपाली कांग्रेस के मंत्रियों की संख्या अब आठ हो गई है, जिसमें एक उपप्रधानमंत्री भी शामिल है। आरएसपी का समर्थन वापस लेने के बाद, नेपाल के संविधान के अनुसार, प्रधानमंत्री दहल को इस कदम के बारे में अवगत कराने के बाद 30 दिनों के भीतर फ्लोर टेस्ट के लिए जाना होगा। राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के पास संसद में 21 सीटें हैं।
चौथी सबसे बड़ी पार्टी है RSP
2022 में नेपाल में हुए चुनाव में रबि लामिछाने की राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उन्हें 20 सीटें मिली थी। इनके समर्थन से ही पुष्प कमल दहल और केपी ओली ने मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि 28 जनवरी को नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने रबि लामिछाने को दोहरी नागरिकता मामले में दोषी ठहरा दिया था। इसके बाद उन्हें डिप्टी पीएम के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। माना जा रहा है कि इसी मामले के कारण उन्होंने सरकार का साथ छोड़ने का फैसला लिया है।
यह भी जानिए:
क्या था रबि लामिछाने की नागरिकता का मामला
नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने 28 जनवरी नेपाल के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर रबि लामिछाने को दोहरी नागरिकता के मामले में दोषी माना था। कोर्ट ने सांसद के तौर पर उनकी सदस्यता और चुनाव को रद्द करने का फैसला सुनाया था। इसके बाद उन्हें डिप्टी पीएम और गृहमंत्री पद छोड़ना पड़ा। लामिछाने पर आरोप थे कि उनके पास नेपाल के अलावा अमेरिका की भी नागरिकता है। नेपाल में दोहरी नागरिकता को गैर कानूनी माना जाता है। लामिछाने पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अमेरिकी नागरिकता छोड़े बिना ही नेपाली पासपोर्ट हासिल किया। पहले नेपाली नागरिक रहे रबि लामिछाने ने अमेरिका का ग्रीन कार्ड लिया था। अमेरिकी नागरिक की हैसियत से ही नेपाल वापस आए थे और खारिज हुई नेपाली नागरिकता के आधार पर नेपाली पासपोर्ट हासिल कर लिया था। जबकि नेपाल में नियम है कि दोबारा नेपाली नागरिकता प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन में अर्जी देनी पड़ती है।
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