सैलानियों को खूब भा रहा रिज मैदान पर लगा क्राफ्ट मेला
हिमाचल डेस्क – शिमला के रिज मैदान पर लगा क्राफ्ट मेला स्थानीय लोगों को ही नहीं, सैलानियों को भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। यहां हाथ से बनी वस्तुएं सबको पसंद आ रही हैं। कुल्लू-किन्नौरी शॉल से लेकर चंबा रुमाल तक यहां मौजूद हैं। पांच दिवसीय कला और शिल्प मेले में एक दर्जन से ज्यादा स्टॉल लगे हैं। चंबा रुमाल के स्टॉल पर दिनभर भीड़ रही। रेशम के धागों से कॉटन और खादी के रुमाल पर की गई कारीगरी को देख हर कोई चकित हो रहा है, दाद भी खूब मिल रही लेकिन खरीदार कम हैं।
इस तरह के महंगे रुमाल को बनाने के लिए लगते हैं 25 दिन
चंबा के एक रुमाल की कीमत 250 रुपये से लेकर 30 हजार रुपये तक है। इन महंगे रुमाल को बनाने के लिए 25 दिन लग जाते हैं। चंबा की कारीगर सुनीता ने बताया कि रुमाल पर भगवान श्रीकृष्ण, राधा और गोपियों की रास लीला बनाने के लिए करीब एक माह लग जाता है। इसके लिए विशेष धागा कई बार दिल्ली या अमृतसर से मंगवाना पड़ता है। हालाँकि इस कला को तारीफ तो बहुत मिलती है लेकिन खरीदार कम हैं। इनकी विदेशों में ज्यादा मांग रहती है।