नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस पुल के निर्माण का जिम्मा गावर इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सौंपा
हिमाचल में 600 करोड़ रुपए की भारी-भरकम लागत से विश्व का दूसरा सबसे ऊंचा पुल बनने जा रहा है। कालका-शिमला नेशनल हाई-वे में इस पुल के निर्माण को लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। आगामी तीन साल में यह पुल बनकर तैयार होगा। नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस पुल के निर्माण का जिम्मा गावर इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सौंपा है। इस पुल के लिए तैयार होने वाले पिल्लर की कुल ऊंचाई 826 फीट रहेगी। इस पुल का निर्माण शकराल में होगा। गौरतलब है कि नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया कालका से शिमला तक मार्ग का निर्माण कर रही है। इस नेशनल हाई-वे को तीन चरणों में बनाया जा रहा है।
पुल निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया कर ली गयी पूरी
पुल निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उधर, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे विश्व के सबसे सुंदर एनएच में से एक होगा। इस नेशनल हाई-वे में आधा दर्जन से ज्यादा सुरंगें, पुल और फ्लाईओवर बनने जा रहे हैं। सबसे ऊंचा पुल शिमला के करीब शकराल में बनने जा रहा है। इसके अलावा सुरंगों का भी निर्माण किया जा रहा है। यह नेशनल हाईवे फ्लाईओवर से होकर गुजरेगा, जबकि सुरंगों का निर्माण भी किया जा रहा है। नेशनल हाई-वे के दो हिस्से लगभग पूरे कर लिए गए हैं। जबकि तीसरे हिस्से का टेंडर जारी कर दिया गया है। आगामी तीन साल में यह एनएच बन कर तैयार हो जाएगा। नेशनल हाई-वे के निर्माण के बाद शिमला में यातायात जाम से भी राहत मिलेगी।