सुखविंदर सिंह सुक्खू का आम आदमी से हिमाचल CM की कुर्सी तक का सफर……
सुखविंदर सिंह सुक्खू बने हिमाचल के नए CM,आज डेढ़ बजे शिमला के रिज मैदान पर लेंगे पद की शपथ !
हिमाचल डेस्क – सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के नए सीएम बने हैं.कांग्रेस की जीत के बाद सीएम कौन होगा इसका फैसला पूरी तरह आलाकमान पर छोड़ा गया था.हालाँकि तीन चेहरे सीएम पद की रेस में थे,लेकिन सुक्खू ने बाज़ी मारकर सीएम की कुर्सी हासिल कर ली है.औए मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया गया है.प्रतिभा सिंह भी सीएम पद की रेस में थी लेकिन आलाकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर आखिरी मोहर लगाई। हालाँकि सुक्खू के लिए ये सफर आसान नहीं रहा ,और उनके राजनीतिक सफर के उतार चढ़ावों से आपको आज रूबरू करवाएंगे।
हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह सुक्खू आज लेंगे पद की शपथ
हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दोपहर डेढ़ बजे शिमला के रिज मैदान में पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर उनके साथ डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री को भी शपथ दिलाएंगे। रविवार सुबह सुक्खू खुद प्रतिभा सिंह को शपथ समारोह का न्यौता देने पहुंचे। सुक्खू ने कहा- पार्टी पहले है, मुख्यमंत्री बाद में। प्रतिभा सिंह मेरी आदर्श हैं। वहीं, प्रतिभा सिंह ने कहा- हिमाचल में एक स्थिर सरकार बनेगी। हम एकजुट होकर काम करेंगे।
क्या अभी कायम है प्रतिभा सिंह की नाराजगी ?
प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दावेदार थीं। वे सुक्खू के नाम से नाराज भी बताई जा रही थीं। मगर हाई कमान ने सुक्खू के नाम पर मुहर लगा दी थी जिसके बाद सुक्खू ही सीएम बने,लेकिन सुक्खू ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बात संभालने की पूरी कोशिश की. प्रतिभा सिंह ने सुक्खू से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह का मंत्री बनाना ऑलमोस्ट तय है। इसके साथ हो आपको बता दें की सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और AICC महासचिव प्रियंका गांधी भी शिमला पहुंच रही हैं।
सुक्खू कैबिनेट में 10 मंत्री डिप्टी CM संग दौड़ में सबसे आगे
नई सरकार के बनते ही बड़ा प्रशासनिक उलटफेर देखने को मिलता है.और मंत्रिमंडल में भी बदलाव किये जाते हैं.ऐसे में सुक्खू के मंत्रिमंडल में कौन कौन से चेहरे शामिल किये जायेंगे ,और कौन सा मंत्रालय किसे दिया जायेगा ये भी चर्चा का विषय बना हुआ है.ऐसे में अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं,कि सुक्खू कैबिनेट में 10 मंत्री डिप्टी CM संग दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। जिनमें डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री के साथ साथ संग रोहित ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह, सुधीर शर्मा और संजय रतन दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं।
2018 के बाद देश के किसी भी राज्य में कांग्रेस को पहली बार मिला पूर्ण बहुमत
हिमाचल कांग्रेस लिए एक सुनहरा मौका है,क्योंकि 2018 के बाद देश के किसी भी राज्य में कांग्रेस को पहली बार पूर्ण बहुमत मिला है। इसलिए पार्टी शक्ति प्रदर्शन कर शिमला से पूरे देश को संदेश देना चाह रही है। हालांकि शक्ति प्रदर्शन के लिए पार्टी को बहुत कम टाइम मिला है, क्योंकि CM चेहरा होने के 19 से 20 घंटे के भीतर शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इसमें भीड़ जुटाने के लिए शिमला और सोलन के साथ लगते चुनाव क्षेत्रों के विधायकों को निर्देश दिए गए है। भारी जन-शक्ति का प्रदर्शन आज हिमाचल के शिमला में रिज मैदान पर कांग्रेस की ओर से देखने को मिलेगा।
विक्रमादित्य सिंह को भी दिलाई जा सकती है शपथ
सुखराम सिंह सुक्खू के कैबिनेट में फिलहाल डिप्टी सीएम सहित 10 चेहरे रेस में आगे चल रहे हैं जिसमे विक्रमादित्य का नाम भी शामिल है। औए ऐसा कयास लगाया जा रहा है की ,सीएम के शपथ समारोह में ही विक्रमादित्य सिंह को भी शपथ दिलाई जा सकती है.फिलहाल, CM और डिप्टी CM तय होने के बाद कैबिनेट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों की मानें तो आज केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में विक्रमादित्य सिंह को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। अन्य मंत्रियों को बाद में कार्यक्रम तय करके शपथ दिलाई जाएगी।
चौथी बार विधानसभा पहुंचे सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू चौथी बार और मुकेश अग्निहोत्री पांचवी बार विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले सुक्खू कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष, NSUI के अध्यक्ष, शिमला में MC के दो बार पार्षद, युवा कांग्रेस प्रमुख और 2022 में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष चुने गए।वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं, जबकि मुकेश अग्निहोत्री पांचवी बार विधायक चुने गए हैं।
रिवाज बदलने का दावा करने वाली BJP 25 सीटों पर थमी
जिस तरह का प्रचार हिमाचल के अंदर बीजेपी ने चुनावों के दौरान किया था ,उसके मुताबिक़ परिणाम भारतीय जनता पार्टी को हिमाचल के अंदर नहीं मिला और कांग्रेस ने बहुमत के साथ पहाड़ी राज्य हिमाचल में जीत हासिल की। इन चुनाव में कांग्रेस ने 68 में से 40 सीटें जीतकर आई है और रिवाज बदलने का दावा करने वाली BJP 25 सीटों पर सिमट गई है। हाईकमान की मुहर लगने के बाद विधानसभा में संपन्न विधायक दल की बैठक में सुखविंद्र सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री घोषित किया गया।
प्रतिभा की दावेदारी क्यों पड़ी कमज़ोर ?
पूर्व मुख्मयमंत्री वीरभद्र सिंह जी की पत्नी और मंडी सीट से सांसद प्रतिभा सिंह हैं। और वो भी सीएम पद की रेस में थी ,लेकिन ऐसी आखिर क्या वजह रही की वो सीएम नहीं बन पाई ? दरअसल प्रतिभा सिंह मंडी सीट से सांसद हैं और यही वजह रही की उनकी दावेदारी सीएम पद के लिए कमजोर पड़ गई। हाल ही विधानसभा चुनाव में मंडी जिले की 10 में से कांग्रेस सिर्फ 1 ही सीट जीत सकी। ऐसे में कांग्रेस यहां उपचुनाव का रिस्क नहीं लेना चाहती। वहीं प्रतिभा को सीएम बनाने पर विधायक का चुनाव लड़ना होगा। ऐसे में कांग्रेस 2 उपचुनाव करवाने के मूड़ में नहीं है। इसलिए आलाकमान ने सुक्खू के नाम पर मुहर लगाईं।
किसको मिलेगा कौन सा मंत्रालय ?
जैसे ही हिमाचल में सरकार बदली है,वैसे ही चर्चाओं का बाज़ार भी गरमा गया है की आखिर कौन सा मंत्रालय किसे सौंपा जायेगा। बता दें की हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री बने सुखविंदर सिंह सुक्खू की कैबिनेट में 11 मंत्री बनाए जा सकते हैं और मंत्री बनाए जाने की रेस में प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा जिले से सुधीर शर्मा, चंद्रकुमार, संजय रत्न और आशीष बुटेल का नाम आगे चल रहा है। बिलासपुर से राजेश धर्माणी को मंत्री पद मिल सकता है। सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। थोड़े समय में ये भी जनता के सामने आ जायेगा की आखिर किस मंत्रालय की डोर किस मंत्री के हाथ में सौंपी जाएगी।
सुक्खू हमेशा हाईकमान के रहे फेवरेट
पार्टी संगठन के लिए अलग तरह की सोच और वर्किंग के कारण सुक्खू हमेशा हाईकमान के फेवरेट रहे। जिस समय प्रदेश में वीरभद्र सिंह की तूती बोला करती थी, तब इकलौते सुक्खू ऐसे नेता थे, जो यूथ कांग्रेस में अपने समर्थकों के बूते हमेशा उन्हें चुनौती देते रहे। वह कई बार अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे। उस समय पार्टी में बैलेंस बनाए रखने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने सुक्खू को हमेशा आगे बढ़ाया। इसी अलग सोच और काम करने के जोश और अलग तरीके ने सुक्खू को अलग बनाया।
सुक्खू की धमाकेदार सियासी पारी
हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की पहचान एक ऐसे नेता के रूप में है, जो हमेशा सत्ता के खिलाफ संघर्ष की वजह से चर्चा में रहा। सुक्खू प्रदेश में अपनी ही पार्टी, कांग्रेस की सरकार के खिलाफ भी सड़कों पर उतर चुके हैं। 6 बार हिमाचल के CM रहे वीरभद्र सिंह और सुक्खू के बीच हमेशा 36 का आंकड़ा रहा।हमीरपुर जिले की नादौन सीट से 5 बार चुनाव लड़कर सुक्खू 4 बार विधानसभा पहुंचे। वह पहली बार 2003 में विधायक बने। तब वीरभद्र की अगुवाई में कांग्रेस ने सरकार बनाई, लेकिन सुक्खू को कैबिनेट में जगह नहीं मिली। 2007 में सुक्खू लगातार दूसरी बार जीते, मगर राज्य में बहुमत BJP को मिला।
6 बार CM रहे वीरभद्र सिंह और सुक्खू के बीच हमेशा रहा 36 का आंकड़ा
सुक्खू की ख़ास बात ये है कि वो गलत सही के लिए अपनी ही पार्टी तक से भीड़ जाते हैं। अपनी ही पार्टी के खिलाफ सुक्खू सड़क पर उतर आये थे, और इतना ही नहीं 6 बार हिमाचल के CM रहे वीरभद्र सिंह के साथ भी उनका हमेशा 36 का आंकड़ा रहा। 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने जीतकर वीरभद्र की अगुवाई में फिर सरकार बनाई, लेकिन सुक्खू तब हार गए थे। वर्ष 2017 में सुक्खू जीते, लेकिन कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला, इसलिए उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ा। अब 2022 में चौथी बार विधायक बने सुक्खू सीधे मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं।
शपथ समारोह में शामिल होंगे सोनिया – प्रियंका,राहुल गाँधी और मलिकार्जुन खड़गे
हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शिमला पहुंच गए हैं। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री को भी शपथ दिलाएंगे। दोपहर 1 :30 बजे सपथ समरोह आरम्भ किया जायेगा ,और दिलचस्प बात आपको ये बता दें की भले ही प्रतिभा सिंह इस बात को लेकर नाराज़ चल रही हों की पार्टी हाई कमांड ने उन्हें प्राथमिकता नहीं दी लेकिन हिमाचल के नए सीएम सुखराम सिंह सुक्खू खुद प्रतिभा सिंह को न्यौता देने पहुंचे। सुक्खू ने कहा- पार्टी पहले है, मुख्यमंत्री बाद में। प्रतिभा सिंह मेरी आदर्श हैं।