विदेशों में खालिस्तानी समर्थक कर रहे हैं प्रदर्शन,पंजाब में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 3 दिन से बंद
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर पंजाब में इस वक्त माहौल काफी गरमाया हुआ है,और न सिर्फ पंजाब बल्कि विदेशों में भी खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं ,खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। हालांकि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने गजब की हिम्मत दिखाते हुए खालिस्तानियों का विरोध किया और खालिस्तानी झंडे को फहराने की कोशिश कर रहे युवक से खालिस्तानी झंडा लेकर फेंक दिया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है.
अमृतपाल सिंह की पंजाब पुलिस को तीसरे दिन भी तलाश जारी
अमृतपाल सिंह की पंजाब पुलिस को तीसरे दिन भी तलाश जारी है और पंजाब में कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 3 दिन से बंद है ऐसे में अमृतपाल सिंह को लेकर एक के बाद एक बड़े सनसनीखेज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं सुरक्षा एजेंसियों ने किया सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार किए गए एक डोजियर में दावा है कि अमृतपाल सिंह, युवाओं को ‘खाड़कू’ या मानव बम बनाने के लिए तैयार करने में मुख्य रूप से शामिल था। वह युवाओं का ब्रेनवॉश करने में लगा था।खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने यह जानकारी साझा की।
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खालिस्तानी समर्थकों के इशारे पर भारत आया था अमृतपाल
डोजियर में दावा है कि अमृतपाल सिंह, पिछले साल दुबई से कथित तौर पर पाकिस्तान के आईएसआई और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर भारत आया।जानकारी मिली है कि नशामुक्ति केंद्रों में भर्ती होने वाले युवकों को बहला-फुसलाकर ‘बंदूक संस्कृति’ की तरफ धकेला जाता था। अधिकारियों ने कहा कि मारे गए आतंकवादी दिलावर सिंह का रास्ता चुनने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था, दिलावर सिंह ने मानव बम के रूप में काम किया और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी थी।
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धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की साजिश
पुलिस का दावा है कि अमृतपाल आईएसआई की मदद से आनंदपुर खालसा फोर्स बनाने की तैयारी में था।अमृतपाल के घर व साथियों से बरामद हथियारों पर एकेएफ (आनंदपुर खालसा फोर्स) लिखा मिला है। साजिश के तहत धर्म के नाम पर नफरत फैलाकर पंजाब में माहौल बिगाड़ा जा रहा था। उसे विदेशी फंडिंग होने का भी शक है। अब पुलिस इन सब पहलुओं को ध्यान में रख कर आगे की जाँच करेगी,और उम्मीद ये जताई जा रही है कि अब इस मामले अभी और बड़े खुलासे होना बाकी है।