[ad_1]
बीजेपी से बागी होकर लड़े कृपाल परमार जमानत तक ना बचा पाए
Update: Friday, December 9, 2022 @ 3:46 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) के नतीजे आ गए, बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई,कांग्रेस सरकार बनाने की तैयारी में है। ऐसे में एक सीट का जिक्र करना जरूरी है,जिस फतेहपुर सीट पर खुद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने फोन कर बीजेपी से बागी हुए कृपाल परमार को मनाने की कोशिश की थी। चुनाव नतीजे आने के बाद हालत ये हो गई की कृपाल परमार अपनी जमानत (Security Deposit) तक ना बचा पाए। उन्हें कुल 2794 वोट ही मिल पाए। यानी पीएम मोदी भी अगर फतेहपुर (Fatehpur) सीट के नतीजे देख लें तो शायद दोबारा कहीं और किसी बागी को फोन करने की हिम्मत ना जुटा पाए। कृपाल परमार (Kirpal Parmar) फतेहपुर से बीजेपी (BJP) टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर वन मंत्री रहे राकेश पठानिया (Rakesh Pathania) को यहां से टिकट थमा दिया। जबकि राकेश पठानिया इससे पहले नूरपुर से चुनाव लड़ते आए हैं।
ये भी पढ़ेः कृपाल परमार को पीएम मोदी ने किया फोन, कहा-आप चुनाव से हट जाओ; ऑडियो वायरल
कृपाल खफा हो गए,निर्दलीय पर्चा भर दिया तो पीएम नरेंद्र मोदी का उन्हें फोन आ गया। कृपाल ने पीएम मोदी का कहना तो नहीं माना उलटा फोन (Phone) का वीडियो क्लिप भी वायरल कर दिया। अब जब नतीजे सामने आए तो अपनी जमानत तक ना बचा पाए। साथ ही बीजेपी की भी फतेहपुर के दंगल में खूब छीछालेदर हुई। यहां से बीजेपी के राकेश पठानिया 25462 वोट तो ले गए पर चुनाव नहीं जीत पाए। चुनाव प्रचार में भी पोस्टरबाजी ने खूब जग हंसाई करवाई। इसी तरह कभी बीजेपी सरकार में मंत्री व सांसद रहे डॉ राजन सुशांत इस बार आम आदमी पार्टी से लड़े तो कुल 1266 वोटों तक सिमट गए। इसी के चलते कांग्रेस (Congress) के भवानी पठानिया फतेहपुर के रण में 32452 मत लेकर विजयी रहे। याद रहे कि जिन कृपाल परमार को मनाने के लिए पीएम मोदी ने फोन किया था,वह बीजेपी के कोटे से राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं। मोदी जब हिमाचल बीजेपी के प्रभारी थे,उस वक्त कृपाल का मोदी से अच्छा संबंध रहा है। पीएम मोदी ने उन्हें उन्हीं संबंधों का हवाला देते हुए चुनाव ना लड़ने के लिए फोन किया था।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group