विक्रम साराभाई को श्रद्धांजलि देते हुए इस रॉकेट का नाम ‘विक्रम-S’ रखा गया
भारत ने स्पेस सेक्टर में नया इतिहास रच दिया है इसी के साथ ये देश के अंतरिक्ष सेक्टर में एक नए युग की शुरुआत भी मानी जा रही है. बता दें कि, आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन श्री हरिकोटा में अपने केंद्र से देश के पहले ऐसे रॉकेट को लॉन्च किया जिसे निजी तौर पर विकसित किया गया है. ये भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट है. जिसे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई को श्रद्धांजलि देते हुए इस रॉकेट का नाम ‘विक्रम-S’ रखा गया है. इसे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया है. स्काई रूट एयरोस्पेस भारत की पहली निजी कंपनी इसरो ने विक्रम-S को चेन्नई से लगभग 115 किलोमीटर दूर यहां अपने स्पेस पोर्ट से लॉन्च किया है.
स्पेस सेक्टर में आज से नए युग की शुरूआत
इसी के साथ नई शुरुआत के प्रतीक के रूप में इस मिशन को ‘प्रारंभ’ नाम दिया गया है. यह देश के अंतरिक्ष उद्योग में निजी क्षेत्र के प्रवेश को दर्शाएगा जिस पर दशकों से सरकारी स्वामित्व वाले इसरो का प्रभुत्व रहा है. विक्रम-S सतीशधवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किए जाने के बाद 81 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचेगा. इस मिशन में दो घरेलू और एकविदेशी ग्राहक के तीन पेलोड को ले जाया जाएगा. इसी के साथ बता देंकि, स्काईरूट एयरोस्पेस भारत कीपहली ऐसी निजी क्षेत्र की कंपनी बन गई है जो 2020 मेंकेंद्र सरकार द्वारा अंतरिक्ष उद्योग को निजी क्षेत्र के लिए खोले जाने के बाद भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में कदम रख रही है.