Shimla: शिमला के समरहिल में सोमवार को शिव जी के मंदिर में बादल फटने से हुए भूस्खलन के बाद एक ही परिवार के तीन पीढ़ियों ने अपनी जान गवा दी। आपको बता दे की अभी तक मंदिर में हुए भूस्खलन में 13 शव निकाले जा चुके है। अधिकारियों ने बताया की जब शिव जी का मंदिर ढहा तो उसमे परिवार के तीन बच्चो सहित सात लोग अंदर थे।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान पवन कुमार, उनकी पत्नी संतोष, बेटे अमन, बहु अर्चना और तीन पौत्रियों के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार अभी तक परिवार के 5 लोगो के शव निकाले जा चुके है, जबकि दो व्यक्ति अभी भी लापता है और उन्हें ढूंढा जा रहा है।
“मेरी बस एक ही विनती है, उन्हे ढूंढकर हमारे पास ले आओ..”
सुनीता शर्मा ने मीडिया के साथ वार्तलाब में कहा की – “मेरी बस एक ही विनती है, उन्हे ढूंढकर हमारे पास ने आओ, हम उन्हें जिंदा यह मुर्दा स्वीकार कर लेंगे, हम तीन दिन से इंतजार कर रहे है।” वही लापता व्यक्तियों में से एक की बहन सुनिधि ने कहा की – “हमे नही पता हमारे साथ भगवान ने क्या किया।”
लापता लोगो में से एक के भाई विनोद कुमार ने कहा की – “प्रशासन को ऐसे क्षेत्रों को सुरक्षित बनाना चाहिए और ये सुनिश्चित करने के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए की पानी तुरंत कम हो जाए।” पड़ोसी मेहर सिंह एच वर्मा ने कहा की – “हमने कल चार सदस्यों का अंतिम संस्कार किया। उन्होंने अपनी तीन पीढियां खो दी है।”
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद सिंह सुक्खू ने आज आपदा प्रभाव सीमा का दौरा करने के लिए कांगड़ा जिले के फतेहपुर और इंदौर का हवाई सर्वेक्षण किया।
सीएम का कहना ” राज्य को 10,000 करोड़ का हुआ है नुकसान”
राज्य में आपदा के चलते मरने वालो की संख्या 60 हो गई है। दूसरी तरफ सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा की – “राज्य को 10,000 करोड़ का नुकसान हुआ है।” मुख्यमंत्री ने आज यह भी कहा की – “पोंग डैम के पास कांगड़ा के निचले इलाकों से 800 से अधिक लोगो को रेस्क्यू किया गया है क्योंकि बांध के जलाशय में जल स्तर बढ़ने के कारण उनके गांव पहुंच से बाहर हो गए है।”
कृष्णानगर इलाके में मंगलवार को हुआ भूस्खलन
मंगलवार को राज्य के कृष्णानगर इलाके में हुए भूस्खलन से होने से पांच से सात इमारतें ढह गई है। सीएम सुक्खू ने कहा की प्रशासन ने डर के चलते मंगलवार सुबह लोगो को घरों से निकाल दिया गया था।
भूस्खलन से सात इमारतें ढहने की सूचना
शिमला आपदा प्रबंधन प्राधीकरण, शिमला की सूचना के मुताबिक, भूस्खलन से सात इमारतें ढह गई और उस समय घटनास्थल 20 लोग मौजूद थे जिनमे से 18 सुरक्षित बच गए और 2 लोग मलबे में दब गया जिनके शवो को बाद में निकाला गया।