Titanic Submersible:टाइटैनिक जहाज़ के डूबने का किस्सा आपको पता ही होगा। 112 साल पहले एक विशालकाय जहाज़ समंदर में समा गया था। इस हादसे में करीब 1500 लोग मारे गए थे। 1912 में 14-15 अप्रैल की दरमियानी रात अटलांटिक महासागर में यह जहाज़ एक आईसबर्ग यानी हिमखंड से टकराया और यही वजह रही इसके डूबने की। कनाडा के समुद्री क्षेत्र में इस जहाज़ के मलबे अब भी मौजूद हैं।
यह ऐसा हादसा था, जिसे भूल पाना मुश्किल है। अब इसी हादसे से जुड़ा एक और वाकया हुआ है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। समंदर के नीचे दबे इस अतीत को देखने गए पांच लोग मारे गए। करीब चार दिन चले खोजी अभियान के बाद अब आधिकारिक तौर पर घोषित कर दिया गया है कि टूरिस्ट पनडुब्बी टाइटन (Titanic tourist submersible) में सवार लोगों की मौत हो चुकी है। इस पनडुब्बी का कुछ मलबा मिला है टाइटैनिक के पास ही, समुद्र की तलहटी में। यह पनडुब्बी ओशनगेट इंक कंपनी की थी।
टाइटैनिक का मलबा अटलांटिक सागर में लगभग चार हज़ार मीटर नीचे है। इसकी खोज सितंबर 1985 में हुई थी। यूएस नेवी के अफ़सर रॉबर्ट बलार्ड और उनकी टीम ने यह कारनामा किया था। इस घटना के बाद वैज्ञानिकों और एक्सप्लोरर्स ने रिसर्च के मकसद से इसका कई बार दौरा किया। साल 2010 में एक नई रेस शुरू हुई। यह रेस थी टाइटैनिक के मलबे तक पहुंचने और मलबे के दीदार की। कुछ कंपनियों ने टाइटैनिक टूरिज्म की शुरुआत की। ओशनगेट उन्हीं में से एक है।
ओशनगेट (Oceangate) शुरू हुई साल 2009 में। अमेरिकी एडवेंचर और पूर्व निवेशक बैंकर स्टॉकटन रश ने इसकी शुरुआत की थी। इसका मकसद सबमर्सिबल सेवाएं मुहैया कराना है। रिसर्च और समंदर के अंदर की सैर जैसी सेवाएं भी इस कंपनी से ली जा सकती हैं।
LATEST NEWS ONLINE
अब सवाल यह कि हादसा हुआ कैसे?
तो, बीते 18 जून को ओशनगेट की एक पनडुब्बी ‘टाइटन’ टाइटैनिक के सफर पर निकली। इसे जाना था कनाडा के न्यूफ़ाउंडलैंड में सेंट जॉन्स के दक्षिण में 700 किलोमीटर दूर, यहां डूबे हुए जहाज़ टाइटैनिक का मलबा देखने। सफर पर निकली इस पनडुब्बी का संपर्क महज एक घंटे 45 मिनट में ही समुद्र के ऊपर मौजूद उसके जहाज, पोलर प्रिंस से टूट गया। और तभी से इसकी तलाश चल रही थी। कई देश इस सर्च ऑपरेशन में जुटे थे, लेकिन गुरुवार देर रात तक साफ़ हो गया कि जीवन की कोई उम्मीद करना बेकार है। पनडुब्बी डूब चुकी है। उसमें सवार पांच लोग अब इस दुनिया में नहीं रहे।
सभी सवार थे जानें-माने अरबपति
टाइटन पनडुब्बी में सवार सभी पांच लोग जाने-माने अरबपति थे। इसमें ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश, पाकिस्तान मूल के अरबपति शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट शामिल थे। इन लोगों के बारे में आगे बताएंगे, लेकिन पहले जान लेते हैं टाइटन पनडुब्बी क्या थी और लापता कैसे हुई?
रिपोर्ट के मुताबिक, जब टाइटन पनडुब्बी हादसे का शिकार बनी, वो समुद्र तल से करीब 12 हजार 500 फीट यानि 3810 मीटर नीचे थे। एक्सपर्ट्स का कहना है, कि समुद्र के अंदर तीव्र दबाव की वजह से पनडुब्बी फट गई होगी।
कभी नहीं मिल पाएंगे मृतकों के शरीर
चालक दल के पांच सदस्यों की पहचान ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश, फ्रांसीसी नौसेना के अनुभवी पीएच नार्जियोलेट और पाकिस्तान के अरबपति कारोबारी शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद के रूप में की गई है। दुर्भाग्य से, विशेषज्ञों ने कहा है, कि समुद्र तल के कठोर वातावरण के कारण उनके शरीर के किसी भी अवशेष के बरामद होने की उम्मीद नहीं है।
ऐसे और इनफॉर्मेटिव आर्टिकल्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://www.newsnext.in/ पर क्लिक करें और Latest news online से रिलेटेड आर्टिकल्स पाएं।