आफताब के करेंगे 70 टुकड़े – बोले हमलावर,आफताब पर हुआ जानलेवा हमला !
नेशनल डेस्क : श्रद्धा मर्डर केस में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं, पुलिस लगातार आरोपी आफताब से पूछताछ कर रही है और सबूत जुटाने की कोशिश में लगी हुई है. अब तक इस मामले में कई अहम खुलासे हुए जिन्होंने श्रद्धा मर्डर केस की गुत्थी को काफी हद तक सुलझाने में मदद की है,बता दें की आरोपी आफताब का 5 दिसंबर को नारकोटिक्स किया जा सकता है और आरोपी आफताब के वैन पर हमलावरों ने तलवारों से हमला भी किया जिसके बाद हमलावरों को पुलिस द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजा गया. हमले के बाद लैब के बाहर बीएसएफ की भी तैनाती की गई. बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए आफताब को लैब ले जाया जा रहा था जिस दौरान सुबह से सेंध लगाकर बैठे हमलावरों ने उसकी वैन पर जानलेवा हमला कर दिया। हालाँकि पुलिस ने पिस्तौल दिखाकर स्थिति पर नियंत्रण पाया।
तिहाड़ में बढ़ाई गई आफताब की सुरक्षा
आरोपी आफताब पर हुए जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने उसकी सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है. बता दें कि आरोपी आफताब तिहाड़ जेल में बंद है और अब पुलिस ने तिहाड़ में भी आफताब की सुरक्षा को और ज्यादा बढ़ा दिया है. जेल अधिकारियों ने आफताब को प्रशासन तक ले जाने के लिए रोड मैप भी तैयार किया। और आफताब पर हुए जानलेवा हमले के बाद लैब के बाहर भी बीएसएफ की तैनाती की गई और सुरक्षा को बढ़ा दिया गया.
आफताब पर जानलेवा हमला ,बोले हमलावर – आफताब के करेंगे 70 टुकड़े
आफताब को ले जा रही पुलिस वैन पर लैब के बाहर चार पांच लोगों ने जानलेवा हमला किया और बता दें कि यह सारे हमलावर हथियारों से लैस होकर पुलिस वैन पर टूट पड़े और इन्होंने वैन का दरवाजा खोल दिया। पुलिस ने हमलावरों को काबू करने के लिए पिस्तौल भी निकाली लेकिन फायर नहीं किया और कुछ हमलावरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है बता दें कि यह सभी हमलावर सुबह से ही सेंध लगाकर बैठे थे और जैसे ही आफताब को लेकर पुलिस वहां पहुंची तो तलवारों के साथ इन हमलावरों ने आफताब पर हमला कर दिया।
पुलिस को मिला वह हथियार जिससे श्रद्धा को मारा गया
पुलिस को अहम् सबूत भी मिल चुका है जिससे आरोपी आफताब ने श्रद्धा का कत्ल किया।पुलिस लगातार इस मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है और हर एक कड़ी को जोड़कर इस मामले को समझाने की पूरी कोशिश में लगी है. पुलिस की ओर से श्रद्धा मर्डर केस से जुड़े कई लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं, तमाम साक्ष्यों को जुटाने की कोशिश पुलिस की ओर से की जा रही है ताकि इस मामले पर जल्द से जल्द कोई निष्कर्ष निकाला जा सके हालांकि आरोपी आफताब लगातार पुलिस को बरगलाने की कोशिश कर रहा है ताकि जांच प्रक्रिया में त्रुटियां आती रहे.और पुलिस अपना काम सही ढंग से न कर पाए।
श्रद्धा के परिवार ने की CBI जांच की मांग
श्रद्धा के पापा विकास वालकर ने सीबीआई जांच की मांग की है, उनका यह मानना है कि आरोपी आफताब पुलिस को झूठ बोलकर गुमराह कर रहा है इसलिए इस मामले को सीबीआई को सौंप देना चाहिए इसके अलावा एक और बड़ा आरोप उन्होंने आफताब के परिवार पर लगाया उन्होंने कहा कि आफताब का परिवार भी उनकी बेटी श्रद्धा की हत्या में शामिल था. आफताब के माता-पिता को उसकी हरकतों के बारे में पता था कि वह श्रद्धा के साथ बदसलूकी करता है लेकिन उन्होंने भी इस बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाया,न ही कभी श्रद्धा के घरवालों को इसकी जानकारी दी।
श्रद्धा मर्डर केस से जुड़े अहम् तथ्य
बता दें कि आरोपी आफताब फिलहाल तिहाड़ जेल में है और. वह अपने सेल में अकेला ही रहेगा। आफताब के सेल के बाहर कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है. 24 घंटे वहां पर गार्ड तैनात रहेगा और आफताब के सेल में 8 सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं जो उस पर 24 घंटे नज़र रखेंगे।मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा को मारने के बाद आफताब मुंबई में उसके दोस्तों से मिला और उन्हें अपने ब्रेकअप के कहानी सुनाइ। इसके अलावा यह भी दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा की हत्या करने में आफताब का साथ एक व्यक्ति ने दिया था पुलिस को यह भी शक है कि किसी दूसरे व्यक्ति ने सबूत मिटाने में आफताब की मदद की। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को जांच रही है पुलिस की ओर से 1 व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया जिस ने दावा किया कि वह आफताब को ड्रग्स सप्लाई करता था।
पहले भी कई बार आफताब ने की श्रद्धा को जान मारने की कोशिश
बता दें कि आफताब ने श्रद्धा को पहले भी कई बार जान से मारने कोशिश कर चुका था. कई बार उसने श्रद्धा के साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकियां भी दी थी। जिसको लेकर श्रद्धा ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी। पिटाई के बाद श्रद्धा को एक बार मुंबई के ओजोन अस्पताल भी ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों के अनुसार श्रद्धा के शरीर पर जो चोट के निशान थे वो फिजिकल वायलेंस की वजह से ही थे.डॉक्टरों के अनुसार श्रद्धा की हालत इतनी खराब थी कि वह खुद से चल फिर भी नहीं पा रही थी.