खत्म हुआ रजिस्टर खंगालने का झंझट,कोड से मोबाइल में जांचना हुआ आसान !
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में पहली बार बूथ ऐप से मतदान करवाया गया। भारत निवार्चन आयोग की ओर से राज्य के मात्र चार मतदान केंद्रों में बूथ ऐप से वोटिंग करवाई गई। इसमें मतदाता के नाम रजिस्ट्र में खंगालने की बजाय सीरियल नंबर से मोबाइल में जांचे गए। हालांकि इसमें कई क्षेत्रों में ऐप मोबाइल में सही तरीके से न चलने के कारण काफी दिक्कतें भी आई। इससे बूथ ऐप से मतदान करवाने में भी काफी देरी हई, जिसके कारण देर रात सात बजे के बाद तक धर्मशाला सहित अन्य तीन केंद्रों में मतदान जारी रहा। भारतीय निवार्चन आयोग की ओर चुनावों को प्रादर्शी बनाने के लिए लगातार नए व हाइटैक डिजिटल तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पहली बार झारखंड में 2019 को बूथ ऐप कुछ विधानसभा क्षेत्रों में प्रयोग की गई। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र और बिहार राज्यों के चुनावों में भी कुछेक विधानसभा में प्रयोग में लाई गई।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में पहली बार बूथ ऐप का किया गया प्रयोग
वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में पहली बार बूथ ऐप का प्रयोग निर्वाचन आयोग की और से किया गया है, जिसमें हिमाचल प्रदेश की कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में से चार का ही चयन किया गया। इसमें सबसे बड़े जिला कांगड़ा के हॉट सीट विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला, मंडी व राज्य के अन्य दो विधानसभा क्षेत्रों में बूथ ऐप का प्रयोग किया गया है। इसमें अन्य विधानसभा की तर्ज पर मतदाताओं के नाम की जांच पड़ताल पारंपरिक रजिस्ट्र की बजाय मोबाइल में बूथ ऐप में मतदाता का सीरियल नंबर डालकर प्राप्त की गई। मोबाइल में हर मतदाता के सीरियल नंबर को अंकित करने के बाद उनका वोटर कार्ड डिजिटल तरीके से मतदान कर्मचारी के पास उपल्ब्ध हो रहा था, जिससे मतदाता की पहचान हुई।