हिमाचल के नतीजे डालेंगे दिल्ली की सत्ता पर असर,एक तरफ नड्डा, दूसरी ओर प्रियंका !
हिमाचल डेस्क : विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर के दिन जब आएंगे, तो हिमाचल ही नहीं बल्कि दिल्ली तक संदेश देंगे। ईवीएम में बंद हुआ जनता का फैसला जब बाहर आएगा तो राष्ट्रीय राजनीति में भी इसका असर होगा। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल से हैं और वह इन चुनावों को सीधे सामने आकर लड़ रहे थे। चाहे पूरे प्रदेश में प्रचार की बात हो, चाहे बिलासपुर सदर सीट पर बंबर ठाकुर से लड़ाई हो। 8 दिसंबर को हिमाचल और गुजरात के परिणाम एक साथ आएंगे, लेकिन गुजरात यदि भाजपा जीतती है तो भी क्रेडिट जेपी नड्डा के बजाय प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के साथ सीधे तौर पर जुड़ेगा, लेकिन हिमाचल की जीत हार जेपी नड्डा के कद को परिभाषित करेगी।
बीजेपी ने की जमकर रैलियां
जेपी नड्डा ने एक रणनीति के तहत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ज्यादा दौरे करवाने के बजाय केंद्रीय नेताओं को हिमाचल में झौंका। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी हिमाचल में आक्रामक रहे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का अधिकतम इस्तेमाल हिमाचल भाजपा ने किया। दूसरी तरफ यदि कांग्रेस की बात करें तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी इस बार हिमाचल चुनावों से दूर रहे हैं। वजह चाहे कोई भी हो, जबकि प्रियंका गांधी ने हिमाचल कांग्रेस की अपनी टीम के साथ मिलकर यहां चुनाव को लीड किया है। इससे पहले राहुल गांधी जहां भी प्रचार अभियान लीड कर चुके हैं, कांग्रेस को कम ही सफलता मिली है। ऐसे में यदि कांग्रेस हिमाचल में सत्ता हथियाने में कामयाब हो पाती है तो राष्ट्रीय राजनीति में भी प्रियंका गांधी को और जिम्मेदारी देने की बात उठेगी।