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Chaitra Navratri 2024 Day 3: कौन हैं मां चंद्रघंटा? पूजा अनुष्ठान, भोग, शुभ मुहूर्त, महत्व, रंग, मंत्र

Chaitra Navratri 2024 Day 3: साल का विशेष समय आ गया है। हर साल, चैत्र नवरात्रि मार्च या अप्रैल के महीने में पूरे देश में बहुत भव्यता और धूमधाम के साथ मनाई जाती है। त्योहार का प्रत्येक दिन मां दुर्गा के प्रत्येक रूप को समर्पित है। चैत्र नवरात्रि, नौ दिवसीय त्योहार, 9 अप्रैल से शुरू हुआ और इस साल 17 अप्रैल तक चलेगें । इस समय मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, वे हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री। चैत्र नवरात्रि के दौरान शारदीय नवरात्रि के अनुष्ठानों का पालन किया जाता है। इस दौरान भक्त व्रत रखते हैं और मां दुर्गा के स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं।

कौन हैं मां चंद्रघंटा Chaitra Navratri 2024 Day 3

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। यह माँ दुर्गा का तीसरा अवतार है। उनका यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि वह अपने माथे पर आधा चाँद पहनती हैं। यह भी माना जाता है कि बुराई से लड़ने के लिए उनकी तीसरी आंख हमेशा खुली रहती है। मां चंद्रघंटा मां दुर्गा का विवाहित अवतार हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार बताया जाता है कि, मां दुर्गा की शादी होने के बाद, उन्होंने अपने माथे पर आधा चंद्रमा पहनना शुरू कर दिया था। तभी से मां चंद्रघंटा की रचना हुई। चंद्रघंटा का अर्थ है वह जिसके पास घंटी के आकार का आधा चंद्रमा हो।

मां चंद्रघंटा की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और मंत्र

पूजा करने का शुभ समय सुबह 10 बजे 45 मिनट से दोपहर 12 बजे 10 मिनट तक है। अमृत काल दोपहर 12 बजे 11 मिनट से 1 बजे 36 मिनट तक चलता है। साथ ही, अपराह्न 3 बजकर 3 मिनट से शाम 4 बजकर 27 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। यह मां चंद्रघंटा की पूजा करने का सबसे शुभ समय माना जाता है। भगवान को खीर का भोग लगाकर पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां चंद्रघंटा भक्तों को कृपा, साहस और शक्ति का आशीर्वाद देती हैं।

मां चंद्रघंटा का भोग क्या है?

मां चंद्रघंटा का भोग- मां चंद्रघंटा को को केसर की खीर और दूध से बनी मिठाई का भोग अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा पंचामृत, चीनी व मिश्री लौंग, इलाइची, पंचमेवा और दूध ने बनी अन्‍य मिठाइयों का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही मां के भोग में मिसरी जरूर रखें और पेड़े का भोग माता रानी को अर्पित की जाती है।

मां चंद्रघंटा को कौन सा रंग प्रिय है?

मां चंद्रघंटा का पसंदीदा रंग लाल व भूरा है। ऐसे में नवरात्रि के तीसरे दिन लाल व भूरे रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है।

मंत्र Chaitra Navratri 2024 Day 3

ॐ देवी चन्द्रघंटायै नमः॥

पिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।

प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥

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